जय महादेव जय भोलेनाथ नमस्कार मैं साधना पांडे मार्गदर्शन पर आपका स्वागत करती हूं लक्ष्मी जी गणेश जी की कृपा आपके ऊपर बनी रहे यही कामना करती हूं तो चलिए दोस्तों आज हम जानेंगे दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है किस मुहूर्त में आपको दिवाली की पूजा करना है तो आज की पूजा का जो मुहूर्त है कम से कम पांच मुहूर्त मैं आपको बताऊंगी पांच या चार मुहूर्त जो विशेष मुहूर्त है बताने को तो कई मुहूर्त बता दूं लेकिन गोधूली वेला का मुहूर्त बताऊंगी वृषभ काल बताऊंगी और साथ-साथ आपको प्रदोष काल की पूजा का मुहूर्त बताऊंगी तो यह सारे मुहूर्त आपके लिए विशेष है और सारे मुहूर्त अमृत जो मुहूर्त है वह बताऊंगी लाभ मुहूर्त है वो बताऊंगी और ये सारे मुहूर्त आपके लिए बहुत विशेष हैं अगर सबसे शुभ मुहूर्त बोला जाए दोस्तों तो वृषभ लग्न का जो मुहूर्त होता है वह सबसे शुभ मुहूर्त होता है सबसे शुभ मुहूर्त होता है वृषभ लग्न का और इस मुहूर्त में आपको लिए लक्ष्मी पूजा करना विशेष शुभ होता है वीडियो पसंद आए तो लाइक करिएगा चैनल को आपने सब्सक्राइब नहीं किया तो जरूर करिए चलिए और दवा आप अगर 31 तारीख को मना रहे हैं या फिर 1 नवंबर को मना रहे हैं और एक अगर 31 तारीख को मना रहे हैं तो 1 नवंबर को आपको चौकी हटाना है या नहीं विसर्जन करना है या नहीं तो दोस्तों दिवाली जो है आप 31 को मना रहे हैं या एक को यह प्रश्न बड़ा है क्योंकि 1 नवंबर को भी दिवाली यानी कि कुछ लोग दिवाली 1 नवंबर को भी मना रहे हैं क्यों मना रहे हैं क्योंकि उदया तिथि के अनुसार अमावस्या तिथि 1 नवंबर को ही पड़ रही है तो जो लोग 31 तारीख को 31 अक्टूबर को दिवाली मना रहे हैं उन्हें चौकी 1 नवंबर को हटाना चाहिए या नहीं तो देखिए दिवाली की पूजा का महत्व यही होता है कि आप अगली सुबह आप इस चौकी को हटाएंगे एक और विशेष बात कि दिवाली की चौकी हटाने से पहले या हटाने के बाद आपको झाड़ू लगाना चाहिए या नहीं लगाना चाहिए यह आपके प्रश्न है तो देखिए दिवाली की चौकी हटाने से पहले आपको झाड़ू लगाकर घर को साफ कर लेना है तब जाकर दिवाली की अगली सुबह आपको दरिद्र भगाना है उसके बाद आपको नहाना है सबसे पहला काम उसके बाद आपको घर की साफ सफाई करना है जितना हो सके और साफ सफाई के बाद फिर नहाया जाता है या फिर आपको लगता है घर में अन्य कोई है तो वह घर की साफ सफाई कर दे क्योंकि दरिद्र भगाने के बाद तुरंत बाद झाड़ू लगना चाहिए और जो दरिद्र भगा कर आता है उसको पूरे कपड़े धो कर के नहाना पड़ता है पूरे कपड़े धो कर के और नहाना पड़ता है तो इसलिए घर में कोई और अन्य हो तो साफ सफाई कर दे और नहीं तो आपको साफ सफाई करना है तो दरिद्र भगा के आइए पहले पूरे कपड़े सहित नहा लीजिए नहाने के बाद आप घर की साफ सफाई करिए देख की पूजा का सबसे अच्छा मुहूर्त होता है शाम को और शाम को 5 ब के और 32 से लेकर के 7:2 तक यह प्रदोष काल का समय है अमृत मुहूर्त इस मुहूर्त को कहते हैं तो अमृत मुहूर्त में आप पूजन कर सकते हैं अब दूसरा मुहूर्त है गोधूली मुहूर्त जो कि 536 मिनट से और 6:4 तक है तो गोधूली मुहूर्त में भी आप पूजन कर सकते हैं अब तीसरे मुहूर्त की बात करें तो स्थिर लग्न की बात करें स्थिर लग्न में भी लक्ष्मी पूजा होती है तो स्थिर लग्न 7:9 से शुरू होगा 9:5 तक यह स्थिर लग्न में पूजा करने से जो आपके घर लक्ष्मी तो आती हैं परंतु आते ही चली जाती हैं आते ही पैसे जाने के मार्ग बने होते हैं गलत कार्यों में खर्चे हो जाते हैं तो अगर ऐसी स्थितियां आपके घर बनी हुई है तो आपको स्थिर लग्न में दिवाली की पूजा करनी चाहिए तो तीन मुहूर्त मैंने बताया अब जानेंगे वृषभ लग्न का जो शुभ मुहूर्त है वो वृषभ लग्न में बहुत लोग लक्ष्मी पूजा करते हैं और वृषभ लग्न में भी लक्ष्मी पूजा करना विशेष माना जाता है तो चलिए अब जानेंगे वृषभ लग्न में जो है पूजा का सही मुहूर्त क्या है वृषभ लग्न है शाम 6:2 से 7:2 तक तो वृषभ लग्न यह मुहूर्त है इस मुहूर्त में भी आप पूजन कर सकते हैं दो तो जानेंगे निशत काल की पूजा का सु मुहूर्त क्या है निशित काल की पूजा का शुभ मुहूर्त 11 ब 39 से 12 बज 30 मिनट तक है तो 11:3 से 12:30 तक निषेध काल की पूजा का शुभ मुहूर्त है निषेध काल की पूजा में जैसे कि आपको जो हवन बताई हूं वो हवन करिए खीर का हवन करिए विशेष पूजा करिए और एक चीज और बता दूं जो लोग यह पूजा कर रहे हैं निशत काल में या अन्य अन्य मुहूर्त में व शाम को प्रदोष काल में कम से कम थोड़ी सी जो छोटी पूजा होती है वह अपने घर में अनिवार्य रूप से कर लें और उसके बाद ही आपने शीत काल वगैरह में पूजन करें तो चलिए दोस्तों उम्मीद करती हूं जानकारी आपको पसंद आई होगी मैं मिलती हूं आपसे अन्य वीडियो में धन्यवाद हर हर महादेव